शिक्षा विभाग की संरचना

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नमस्कार शिक्षक / शिक्षिकाओं एवं शिक्षक बनने की तैयारी कर रहें साथियो, आज मैं यहाँ शिक्षा विभाग की प्रशासनिक एवं अकादमिक ढांचा के बारे में विस्तृत चर्चा करेंगे जो प्रशिक्षण, रिपोर्टिंग, शैक्षणिक दस्तावेज, एवं सभी शिक्षकों को जानना अनिवार्य है।

📚 शिक्षा विभाग की संरचना: भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ सरकार के परिप्रेक्ष्य

शिक्षा विभाग की संरचना

🔰 प्रस्तावना

शिक्षा किसी भी राष्ट्र की रीढ़ होती है। एक समावेशी, गुणवत्तापूर्ण और समतामूलक शिक्षा प्रणाली के निर्माण के लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि शिक्षा का प्रशासनिक तथा अकादमिक ढांचा सुसंगठित हो। भारत में शिक्षा की संरचना त्रिस्तरीय है – राष्ट्रीय स्तर, राज्य स्तर और स्थानीय स्तर पर कार्यान्वयन की सुदृढ़ प्रणाली मौजूद है।

यह लेख भारत सरकार तथा छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के शिक्षा विभाग की प्रशासनिक एवं शैक्षणिक (अकादमिक) संरचना को स्पष्ट करता है।

🔷 1. शिक्षा व्यवस्था की द्वैध धारा

भारत में शिक्षा व्यवस्था दो मुख्य धाराओं में संचालित होती है:

➤ प्रशासनिक धारा (Administrative Line):

यह धारा शासन, वित्त, नियुक्ति, निगरानी व सेवा शर्तों से संबंधित कार्य संचालित करती है।

➤ शैक्षणिक (अकादमिक) धारा (Academic Line):

इसका मुख्य उद्देश्य पाठ्यचर्या निर्माण, प्रशिक्षण, मूल्यांकन, शिक्षण विधियों का नवाचार एवं गुणवत्ता संवर्धन है

🔷 2. प्रशासनिक संरचना (Administrative Hierarchy)

🔸 (A) राष्ट्रीय स्तर (National Level)

1️⃣ MHRD / शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education)

पूर्व में यह "मानव संसाधन विकास मंत्रालय" (MHRD) कहलाता था, जिसे अब "शिक्षा मंत्रालय" कहा जाता है। यह भारत सरकार का सर्वोच्च निकाय है जो शिक्षा से संबंधित समस्त योजनाओं, नीतियों और दिशा-निर्देशों को निर्धारित करता है।

🔸 (B) राज्य स्तर (State Level)

2️⃣ DPI (Directorate of Public Instruction) / राज्य शिक्षा सचिव / समग्र शिक्षा मिशन

राज्य स्तर पर राज्य शिक्षा मंत्रालय, DPI और समग्र शिक्षा अभियान जैसे विभागों के माध्यम से प्रशासनिक कार्य संचालित किए जाते हैं। इसमें प्रमुख अधिकारी होते हैं:

शिक्षा मंत्री

DPI

राज्य शिक्षा सलाहकार

संयुक्त संचालक (J.D.)

→ विशेषकर M.S.M. (Samagra Shiksha) के अंतर्गत नियुक्त होते हैं।

3️⃣ DEO (District Education Officer): जिला शिक्षा अधिकारी

DEO जिला स्तर पर समस्त विद्यालयों के प्रशासनिक कार्यों का पर्यवेक्षण करता है। इनका कार्य शिक्षक नियुक्ति, पदस्थापन, उपस्थिति, अनुशासन, भवन निर्माण योजनाएँ आदि देखना होता है।

4️⃣ DMC (District Mission Coordinator)

DEO के साथ समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत शिक्षा मिशन से जुड़े कार्यों के लिए जिला समन्वयक नियुक्त होते हैं। जो समग्र शिक्षा के निर्देशानुसार जिले के योजनाओं को क्रियान्वयन करते है।

5️⃣ BEO (Block Education Officer): विकासखंड शिक्षा अधिकारी

BEO ब्लॉक स्तर पर कार्यरत होते हैं और DDO (Drawing and Disbursing Officer) की भूमिका भी निभाते हैं। ये शालाओं के निरीक्षण, ब्लॉक स्तरीय योजनाओं का कार्यान्वयन करते हैं।

6️⃣ CRC (Cluster Resource Coordinator): संकुल प्रभारी

यह प्राथमिक/ माध्यमिक विद्यालयों के एक समूह (संकुल) का पर्यवेक्षण करता है। CRC बच्चों के नामांकन, शिक्षक उपस्थिति, MDM, व शैक्षणिक गतिविधियों की निगरानी करता है। ये आकादमिक अर्थात शैक्षिक मार्गदर्शन देने का कार्य है। आदेश  देने का अधिकारी नहीं होता।

7️⃣ HM (Head Master): प्रधानपाठक

विद्यालय स्तर पर प्रशासनिक जिम्मेदारी निभाने वाला अंतिम व्यक्ति होता है। वह CRC को रिपोर्ट करता है और SMC (School Management Committee) के साथ मिलकर विद्यालय संचालन करता है।

🔷 3. शैक्षणिक/अकादमिक संरचना (Academic Hierarchy)

🔸 (A) राष्ट्रीय स्तर

1️⃣ NCERT (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद)

NCERT केंद्र सरकार का सर्वोच्च शैक्षणिक संस्थान है जो पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तक, शिक्षण प्रशिक्षण और मूल्यांकन की रूपरेखा तैयार करता है।

2️⃣ RIE (क्षेत्रीय शैक्षिक संस्थान – Regional Institutes of Education)

भारत में NCERT के अधीन 5 RIE संस्थान हैं:

1. भोपाल

2. मैसूर

3. अजमेर

4. भुवनेश्वर

5. शिलांग

ये संस्थान शिक्षक प्रशिक्षण, B.Ed./D.El.Ed. पाठ्यक्रम और शैक्षिक अनुसंधान से जुड़े हैं।

🔸 (B) राज्य स्तर – छत्तीसगढ़ के सन्दर्भ में👇

3️⃣ SCERT (State Council of Educational Research and Training)

छत्तीसगढ़ में SCERT एक केंद्रीय शैक्षणिक निकाय है जो राज्य स्तरीय पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण मॉड्यूल, अध्ययन सामग्री, मूल्यांकन उपकरण और नवाचार कार्यक्रमों को तैयार करता है।

कार्य:

 शैक्षणिक शोध, विश्लेषण व पाठ्यपुस्तक का निर्माण करना

शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार करना

 समावेशी शिक्षा, FLN (Foundational Literacy & Numeracy)

6C Skills, 21st Century Skills, Bloom’s Taxonomy आधारित शिक्षण डिजाइन

🔸 (C) जिला एवं ब्लॉक स्तर

4️⃣ DIET (District Institute of Education and Training)

DIET जिले का शैक्षिक संस्थान है जो शिक्षक प्रशिक्षण, शैक्षिक नवाचार, और स्थानीय भाषा में सामग्री निर्माण करता है। यह SCERT के मार्गदर्शन में कार्य करता है।

5️⃣ BRCC (Block Resource Centre Coordinator): 

BRCC ब्लॉक स्तर का शैक्षणिक पर्यवेक्षक होता है जो CACs (Cluster Academic Coordinators) को प्रशिक्षित करता है। यह शिक्षकों की साप्ताहिक/मासिक बैठकें, ट्रेनिंग व शैक्षिक सुधार पर कार्य करता है।

6️⃣ CAC (Cluster Academic Coordinator)

CAC संकुल  क्षेत्र के स्कूलों में शैक्षणिक निरीक्षण करता है और अध्यापकों को शैक्षणिक मार्गदर्शन देता है। FLN, 6C, NIPUN भारत, बालवाड़ी जैसे कार्यक्रमों को लागू करने में इसकी बड़ी भूमिका होती है।

7️⃣ SMC / HM / Staff (School Level)

SMC (School Management Committee): यह स्कूल की निगरानी और सामुदायिक सहभागिता सुनिश्चित करती है।

HM (प्रधानाध्यापक): स्कूल प्रमुख होते हैं जो शैक्षणिक व प्रशासनिक दोनों जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हैं।

Staff (शिक्षक): विद्यालय संचालन की रीढ़ होते हैं।

🔷 4. SCERT एवं 6C Skills: एकीकरण और कार्यान्वयन

छत्तीसगढ़ का SCERT राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुरूप 21वीं सदी के कौशल – 6C Skills – को पाठ्यक्रम व शिक्षण विधियों में समाहित कर रहा है:

छत्तीसगढ़ में लागू 6C कौशल:

1. Critical Thinking (आलोचनात्मक सोच)

2. Creativity (रचनात्मकता)

3. Collaboration (सहयोग)

4. Communication (संप्रेषण)

5. Compassion(परानुभूति)

6. Confidence (आत्मविश्वास)

क्रियान्वयन के तरीके:

शिक्षकों को FLN मिशन, नवाचार प्रशिक्षण, और NEP Implementation Modules में 6C का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

विद्यालयों में Project-Based Learning, Storytelling, Group Activities को बढ़ावा दिया जा रहा है।

मूल्य शिक्षा (Value Education) और समावेशी कक्षा (Inclusive Classroom) पर बल।

🔷 5. अन्य महत्त्वपूर्ण संस्थाएँ

संस्था कार्य

SSA (Samagra Shiksha Abhiyan) एकीकृत शिक्षा योजना – पूर्व-प्राथमिक से उच्च माध्यमिक तक

NCTE शिक्षक शिक्षा के लिए मान्यता प्रदान करने वाली संस्था

NUEPA शैक्षणिक योजना व प्रशासन में विशेषज्ञता

NCERT राष्ट्रीय पाठ्यक्रम, पुस्तकों और शिक्षण दिशा-निर्देशों का विकास


निष्कर्ष

भारत सरकार और छत्तीसगढ़ राज्य की शिक्षा विभागीय संरचना एक सुव्यवस्थित श्रृंखला है जिसमें राष्ट्रीय से लेकर विद्यालय स्तर तक स्पष्ट दायित्व एवं समर्पण मौजूद है।

शिक्षा विभाग का प्रशासनिक ढाँचा संसाधनों और नीतियों का प्रबंधन करता है, जबकि शैक्षणिक ढाँचा विद्यार्थियों की गुणवत्ता पर केंद्रित होता है।

विशेषकर छत्तीसगढ़ में SCERT, DIET, BRCC, और CAC जैसे संस्थानों के माध्यम से शिक्षा को 21वीं सदी की माँगों के अनुसार सशक्त, समावेशी और कौशलयुक्त बनाया जा रहा है।

आज का लक्ष्य केवल ‘पढ़ाना’ नहीं, बल्कि सोचने, समझने, करने और जिम्मेदारी लेने वाले नागरिकों का निर्माण करना है और यह संरचना उसी लक्ष्य की दिशा में सशक्त कदम है।

उम्मीद है आपको मेरे द्वारा दिया गया जानकारी पसंद आया होगा,  शिक्षा विभाग से जुड़े सभी साथियों को समर्पित।अधिक से अधिक शेयर करें। जोहार 🙏🙏🙏🙏






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